जमशेदपुर का बांका सौरव तिवारी का आईपीएल-3 में धमाल ने सब को चौंका दिया है। सचिन तेंदुलकर से लेकर मामूली क्रिकेट प्रेमी उसका दीवाना हो गया है , शुरूआती दो मैचों में उसके बल्ले की चमक ने झारखंड का मान बढ़ा दिया.सचिन ने यहाँ तक कह दिया है कि सौरभ तुम इण्डिया खेलने के लिया तैयार हो गए हो.सचिन ने उसे अपना बल्ला तक देकर असाधारण प्रदर्शन के लिए उत्प्रेरित किया है.सौरभ भी अपने कप्तान को निराश करना नहीं चाहता है.बीच में दो मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन से सबक लेकर सौरभ ने फिर से संभल कर खेलना शुरू कर दिया.पूरे लय में नज़र आ रहे सौरभ के आत्मविश्वाश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह छक्का मारने में बिलकुल भी घबराता नहीं है.पूरी तन्मयता से साफ़ छक्का उड़ाता है.उस के हेयर स्टाइल ने झारखण्ड के लाल धोनी की याद ताज़ा कर दी है.वह स्टाइल जिस का दीवाना पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमन्त्री परवेज़ मुशर्रफ भी हो गए थे.अब दिन सौरभ के बदले हैं, सचिन और माता पिता के आशीर्वाद ने उसे जोशीला बना दिया है.यही वजह है कि सौरभ हर मैच में नयी पारी खेल अपने आत्मविश्वास को बुलंद कर रहा है.उसका सकारात्मक पहलु यह है कि सौरभ कभी सुरक्षात्मक खेलने पर यकीन नहीं करता, बल्कि धूम, धाम, धडाम और धमाल मचा ने में उसे मजा आता है.
Wednesday, March 24, 2010
जमशेदपुर का बांका का आईपीएल में धमाल
जमशेदपुर का बांका सौरव तिवारी का आईपीएल-3 में धमाल ने सब को चौंका दिया है। सचिन तेंदुलकर से लेकर मामूली क्रिकेट प्रेमी उसका दीवाना हो गया है , शुरूआती दो मैचों में उसके बल्ले की चमक ने झारखंड का मान बढ़ा दिया.सचिन ने यहाँ तक कह दिया है कि सौरभ तुम इण्डिया खेलने के लिया तैयार हो गए हो.सचिन ने उसे अपना बल्ला तक देकर असाधारण प्रदर्शन के लिए उत्प्रेरित किया है.सौरभ भी अपने कप्तान को निराश करना नहीं चाहता है.बीच में दो मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन से सबक लेकर सौरभ ने फिर से संभल कर खेलना शुरू कर दिया.पूरे लय में नज़र आ रहे सौरभ के आत्मविश्वाश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह छक्का मारने में बिलकुल भी घबराता नहीं है.पूरी तन्मयता से साफ़ छक्का उड़ाता है.उस के हेयर स्टाइल ने झारखण्ड के लाल धोनी की याद ताज़ा कर दी है.वह स्टाइल जिस का दीवाना पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमन्त्री परवेज़ मुशर्रफ भी हो गए थे.अब दिन सौरभ के बदले हैं, सचिन और माता पिता के आशीर्वाद ने उसे जोशीला बना दिया है.यही वजह है कि सौरभ हर मैच में नयी पारी खेल अपने आत्मविश्वास को बुलंद कर रहा है.उसका सकारात्मक पहलु यह है कि सौरभ कभी सुरक्षात्मक खेलने पर यकीन नहीं करता, बल्कि धूम, धाम, धडाम और धमाल मचा ने में उसे मजा आता है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)

No comments:
Post a Comment