Friday, April 9, 2010

असम के स्कूली बच्चों ने बहाया पसीना

असम वैल्ली स्कूल के बच्चों ने जमशेदपुर एक्सपोजर टूर के बहाने खूब पसीना बहा कर खेल की बारीकियों से रूबरू हुए.टाटा स्टील के एक्सपर्ट कोचों ने बास्केटबाल, बैडमिन्टन , एथलेटिक, टेनिस की बेसिक और तकनीकी ज्ञान देकर उनमें खेल और शिक्षा के संतुलन के महत्त्व को उजागर किया.बच्चों की खेलकूद से जुड़ी शंकाओं को भी दूर किया और खेलों में कैरियर की छिपी संभावनाओं से भी अवगत कराया.बच्चों के चेहरे की चमक और ख़ुशी देखते बनी.

Wednesday, April 7, 2010

शिक्षा और खेल का संतुलन

डीबी एमएस कदमा गर्ल्स हाई स्कूल ने शिक्षा और खेलकूद के संतुलन की मिसाल कायम की है.यह पहला स्कूल भी नहीं है पर इसकी खेलकूद से समानांतर और विशिष्ट पहचान बन गयी है, यहाँ की खेल शिक्षिका सुप्रभा पंडा स्कूली बच्चों में जीवटता का संचार करने में हमेशा प्रयासरत रहती है.पेशेवर अंदाज़ में स्कूल प्रबंधन को गौरान्वित करने का कोई मौका भी नहीं छोड़ती हैं. एनआई एस कोच सुप्रभा अपने स्कूल में वालीबाल का डेबोर्डिंग सेण्टर चला रही हैं.गरीबी रेखा से नीचे के बच्चों को खेल कूद के बहाने मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही हैं.उनकी लगन की सरकारी स्तर पर भी चर्चा है.बच्चे अच्छा कर रहे हैं, उनके खेल शैली व प्रदर्शन में तेज़ी से गुणात्मक निखार के साथ विकास हो रहा है. यहाँ शहर की कई स्कूलों के बच्चों ने ६ से १० अप्रैल २०१० तक अंतर स्कूल बास्केटबाल टूर्नामेंट का खूब मज़ा लिया, पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी सुनील पंडा ने इनका मनोबल ऊंचा किया.










Thursday, April 1, 2010

केवी पी राव बने इंडियन कोच

के वी पी राव ने झारखण्ड का नाम रौशन किया है,जी हाँ एनसीऐ लेवल- ३ कोच के वी पी राव का चयन भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच के रूप में हुआ है.वे वेस्ट इंडीज में ५ मई से होने वाले आई सीसी वर्ल्ड टी-२० चैम्पियनशिप में टीम इंडिया की महिला क्रिकेटरों को चैम्पियन बनने के लिए उत्प्रेरित करेंगे.यह पहला मौका है जब किसी झारखंडी कोच को इंडिया टीम कि सेवा का मौका मिला है.इस से पहले महेंद्र सिंह धौनी टीम इंडिया पुरुष टीम का नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त कर चुके हैं.के वी पी राव २१ अप्रैल को मुंबई जायेंगे,जहाँ कैम्प २२ से शुरू होगा.इंडिया टीम ३० को वेस्ट इंडीज रवाना होगी.बेस्ट ऑफ लक के वी पी राव. इन्हों ने वर्ष २००० में एनसीए लेवल कोच परीक्षा में पूर्वी भारत से तनहा पास हुए थे,वर्ष २००७ में लेवल-३ कोच बन्ने का गौरव हासिल किया.वर्ष २००८ में इंडिया अंडर-१९ और वर्ष २००९ में इंडिया अंडर-१६ कोचिंग कैम्प में बौलिंग कोच रहे के वी पी राव ने १०० प्रतिशत रिजल्ट देने का संकल्प दोहराया है.झारखण्ड स्टेट क्रिकेट संघ का आभार प्रकट करते हुए राव ने कहा कि वे पीछे मुड़ कर देखना नहीं चाहते हैं.